संवाददाता: अरविंद कोठारी
ठाणे: ठाणे महानगरपालिका (TMC) के उपायुक्त मनीष जोशी, जिन पर पहले भी भ्रष्टाचार और अवैध निर्माणों को बढ़ावा देने के गंभीर आरोप लग चुके हैं, एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इसके बावजूद, मनपा प्रशासन द्वारा उन्हें निलंबित करने के बजाय सिर्फ परिमंडल-1 की जिम्मेदारी से हटाकर बाकी पदों पर बनाए रखा गया है।
बताया जा रहा है कि दिवा, कलवा और मुंब्रा क्षेत्रों में अवैध निर्माण कार्यों को लेकर जोशी का नाम महाराष्ट्र विधानसभा के दोनों सदनों में चर्चा में आया था। आरोप है कि उन्होंने इन क्षेत्रों में अवैध बांधकाम को न केवल नजरअंदाज किया, बल्कि उसे संरक्षण भी दिया।
मनपा प्रशासन ने इस मामले में जोशी की महज एक जवाबदारी कम कर दी, जिससे यह सवाल उठने लगे हैं कि आखिर किसके दबाव में कार्रवाई से बचाया गया। यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि दिवा, कलवा और मुंब्रा के कई अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को भी इसी तरह से बचा लिया गया है और उन्हें क्रीम पोस्ट पर बैठाकर सम्मानित किया गया है।
जनता और पारदर्शिता की मांग करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस तरह की आधी-अधूरी कार्रवाई से लोगों का प्रशासन से भरोसा उठ रहा है।
अब देखना होगा कि क्या राज्य सरकार और सतर्कता विभाग इस मामले में निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करेगा या फिर मामला फिर से ठंडे बस्ते में चला जाएगा।
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