निखिल वखारिया
गरियाबंद, छत्तीसगढ़:
जिला गरियाबंद के ग्राम इंदागांव में विगत तीन महीनों में तीन व्यक्तियों द्वारा आत्महत्या एवं आठ व्यक्तियों द्वारा आत्महत्या के प्रयास किए जाने की घटनाएँ सामने आई हैं। इन घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने संज्ञान लिया और मनोरोग विशेषज्ञों की टीम के साथ काउंसलिंग बैठक आयोजित की।
गांव में प्रशासनिक टीम की बैठक
घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम मैनपुर, एसडीओपी मैनपुर, जनपद सीईओ, तहसीलदार और मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. राजेन्द्र प्रसाद निराला की टीम ग्राम इंदागांव पहुँची। वहाँ ग्रामीणों, सरपंच, पंचगण, कोटवार, महिलाओं एवं गणमान्य नागरिकों के साथ बैठक आयोजित की गई।
बैठक में गाँव के युवाओं से चर्चा की गई, जिसमें यह सामने आया कि आत्महत्या के प्रयास करने वाले आठ लोगों की अलग-अलग व्यक्तिगत समस्याएँ थीं। वहीं, तीन आत्महत्या के मामलों में मर्ग जांच शुरू की गई है।
तीन आत्महत्याओं के पीछे की वजहें
प्रारंभिक जांच के अनुसार, जिन तीन व्यक्तियों ने आत्महत्या की, वे सभी ग्राम इंदागांव निवासी थे:-
- कमल यादव (20 वर्ष) – गुटखा खाने को लेकर पिता से विवाद के बाद आत्महत्या कर ली।
- चंद्रशेखर यादव (19 वर्ष) – गुस्सैल प्रवृत्ति का था, अपने घनिष्ठ मित्र कमल यादव की आत्महत्या से आहत होकर खुद भी आत्महत्या कर ली।
- राजेन्द्र यादव (45 वर्ष) – शराब के अत्यधिक सेवन के कारण आत्महत्या की।
मानसिक अवसाद और नशा बना आत्महत्या का कारण
बैठक में उपस्थित ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों और मनोरोग विशेषज्ञों ने मानसिक अवसाद को आत्महत्या का मुख्य कारण बताया। गाँव में नशा विरोधी अभियान चलाने और महिला कमांडो दल गठित करने का प्रस्ताव रखा गया।
प्रशासन का कदम और समाधान के प्रयास
- अवैध शराब बिक्री एवं शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर कार्यवाही की जा रही है।
- गाँव में समय-समय पर काउंसलिंग सेशन आयोजित किए जाएंगे।
- 24×7 टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 14416 या 18008914416 जारी किया गया, जहाँ कोई भी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्या पर मदद ले सकता है।
प्रशासन की अपील
जिला प्रशासन ने ग्रामवासियों से अपील की है कि वे भ्रामक जानकारी पर ध्यान न दें और न ही उसे प्रसारित करें। साथ ही, प्रशासन लोगों से मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूक रहने और जरूरत पड़ने पर मदद लेने का आग्रह कर रहा है।
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