निखिल वखारिया ।
रायपुर: छत्तीसगढ़ में 2024 में हुई राजस्व निरीक्षक भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। इस मामले की जांच अब आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) को सौंप दी गई है, जिसने प्रारंभिक जांच के बाद प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर ली है।

क्या है पूरा मामला?
राज्य में भाजपा सरकार बनने के मात्र छह दिन बाद राजस्व निरीक्षक के 90 रिक्त पदों के लिए विभागीय भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। लेकिन परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो जाने की खबरें सामने आईं। आरोप है कि परीक्षा से पहले ही चयनित अभ्यर्थियों की सूची तैयार कर ली गई थी और पूरी परीक्षा प्रक्रिया में भारी अनियमितताएं बरती गईं।
गड़बड़ी के चौंकाने वाले खुलासे
राजस्व विभाग से जुड़ी RPSCG जांच रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार:
- प्रशासनिक प्रक्रियाओं में गंभीर अनियमितताएं और लापरवाही हुई।
- परीक्षा में पास होने वाले 22 अभ्यर्थियों को एक ही स्थान पर बैठाकर परीक्षा दिलाई गई, जिससे धांधली की पुष्टि होती है।
- वित्तीय लेन-देन और प्रशासनिक आदेशों की पुनर्समीक्षा की जरूरत बताई गई है।
- कुछ अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई, जिनकी जवाबदेही तय करने की सिफारिश की गई है।
EOW ने दर्ज की प्राथमिकी, जल्द होगी FIR
GAD (सामान्य प्रशासन विभाग) ने मामले की विस्तृत जांच के बाद इसे EOW/ACB को सौंप दिया। EOW ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और अब दोषियों के खिलाफ आगे की जांच की जा रही है।
पटवारियों और तहसीलदारों का विरोध
इस मामले को लेकर पटवारियों और तहसीलदारों के संगठनों ने भी आपत्ति जताई थी। उन्होंने सरकार को पहले ही सूचित कर परीक्षा स्थगित करने की मांग की थी, लेकिन उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया था।
क्या होगा आगे?
EOW अब पूरे मामले की गहन जांच करेगी और इसमें शामिल दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। संभावना है कि इसमें बड़े अधिकारियों और परीक्षा से जुड़े लोगों पर कानूनी शिकंजा कसा जा सकता है।