निखिल वखारिया
राज्यपाल श्री रमेन डेका की उपस्थिति: भगवान राजीव लोचन के दर्शन एवं महानदी महाआरती में सहभागिता

उन्होंने भगवान श्री राजीव लोचन के दर्शन कर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की।
राज्यपाल ने महानदी की भव्य महाआरती में भी भाग लिया, जहां जबलपुर से आईं साध्वी प्रज्ञा भारती और 11 विद्वान पंडितों द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ आरती संपन्न कराई गई।
श्रद्धालुओं की जय-जय श्री राम और हर-हर महादेव के गगनभेदी जयकारों से संपूर्ण क्षेत्र भक्तिमय हो उठा
गरियाबंद, 12 फरवरी 2025 – छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध राजिम कुंभ कल्प मेले का शुभारंभ माघ पूर्णिमा के पावन अवसर पर हुआ। यह मेला 15 दिनों तक चलेगा और महाशिवरात्रि के दिन, 26 फरवरी को इसका समापन होगा। इस दौरान लाखों श्रद्धालु पुण्य स्नान, संत समागम और आध्यात्मिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए यहां एकत्रित होते हैं।
भगवान श्री राजीव लोचन का जन्मोत्सव: दिव्य रूप के दर्शन

माघ पूर्णिमा के अवसर पर भगवान श्री राजीव लोचन का प्राकट्य उत्सव धूमधाम से मनाया गया। ब्रह्म मुहूर्त में मंदिर के पट खोले गए, और भगवान का विशेष श्रृंगार किया गया। सुबह में भगवान को बाल रूप में पूजित किया गया, दोपहर तक उनका युवा स्वरूप प्रकट हुआ, और रात्रि में वृद्ध रूप के दर्शन श्रद्धालुओं को प्राप्त हुए।
भव्य सजावट और विशेष पूजा-अर्चना
- भगवान राजीव लोचन की प्रतिमा को पीतांबर, चंदन और आभूषणों से सजाया गया।
- पंचामृत से अभिषेक कर भगवान का सर्वांग स्नान कराया गया।
- मंदिर के गर्भगृह और महामंडप को तीन क्विंटल गेंदा फूलों से भव्य रूप से सजाया गया, जिससे मंदिर का सौंदर्य अत्यंत मनमोहक प्रतीत हो रहा था।
श्रद्धालु बड़ी संख्या में मंदिर पहुंचे, जहां वे कतारबद्ध होकर भगवान के दर्शन करने में मग्न दिखे। मंदिर परिसर “हर-हर महादेव” और “जय राजीव लोचन” के जयकारों से गूंज उठा।
निःशुल्क बस सेवा: श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था

श्रद्धालुओं को मेले में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं।
- राजिम बस स्टैंड से नवीन मेला मैदान तक निःशुल्क बस सेवा उपलब्ध कराई गई है।
- परिवहन विभाग द्वारा बस स्टैंड पर एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां किसी भी समस्या का समाधान किया जाएगा।
- दो बसें निरंतर सेवा में लगी रहेंगी, जिससे श्रद्धालुओं को मेले तक पहुंचने में कोई कठिनाई न हो।
राजिम कुंभ के मुख्य मंच पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
राजिम कुंभ कल्प मेले में प्रतिदिन राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय कलाकारों की प्रस्तुति हो रही है।

13 फरवरी को मुख्य मंच पर विशेष कार्यक्रम:
- पायल साहू एवं निर्मला ठाकुर अपनी प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं का मन मोहेंगी।
- केतन सिंह राठौर कंथक नृत्य के माध्यम से भारतीय संस्कृति की झलक प्रस्तुत करेंगे।
- चंद्रप्रकाश धीवर भजनों की मनमोहक प्रस्तुति देंगे।
- मिलवंतीन बाई मानिकपुरी सुवा नृत्य के माध्यम से छत्तीसगढ़ की परंपरा को जीवंत करेंगी।
- शांति बाई चेलक पंडवानी के माध्यम से महाभारत की कथाओं को सजीव करेंगी।
सुरक्षा, यातायात और सुविधाओं की विशेष व्यवस्था
- मेला परिसर में यातायात नियंत्रण और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
- पेयजल, शौचालय, पार्किंग, ठहरने और खाने-पीने की विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
- पुलिस, प्रशासन और स्वयंसेवक दलों की निगरानी में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।
तीन विशेष पर्व स्नान तिथियां

- 12 फरवरी – माघ पूर्णिमा
- 21 फरवरी – जानकी जयंती
- 26 फरवरी – महाशिवरात्रि
राजिम कुंभ: आस्था, संस्कृति और परंपरा का प्रतीक
राजिम कुंभ कल्प मेला सदियों से भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और संत परंपरा का प्रतीक रहा है। इस वर्ष का आयोजन पहले से भी अधिक भव्य और व्यवस्थित रूप में किया गया है। यह मेला सिर्फ एक धार्मिक आयोजन ही नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत प्रमाण भी है।
(बिहान न्यूज़ 24×7, गरियाबंद)
🔹 जय राजीव लोचन! 🔹 जय महाकुंभ! 🔹 हर-हर महादेव!