महासमुंद, पिथौरा।
अनुविभागीय कार्यालय महासमुंद में सोमवार को एसडीएम हरिशंकर पैकरा की अध्यक्षता में राजस्व अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में तहसीलदार कृष्ण कुमार साहू, नायब तहसीलदार मोहित अमिला सहित राजस्व निरीक्षक और क्षेत्र के सभी पटवारी उपस्थित रहे। यह बैठक आगामी राजस्व पखवाड़ा के सफल आयोजन और राजस्व कार्यों की समीक्षा के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
बैठक में राजस्व पखवाड़ा के तहत आयोजित होने वाले शिविरों की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही डीसीएस, फार्मर रजिस्ट्री, सीमांकन, नक्शा बटांकन और अभिलेखों की शुद्धता जैसे अहम विषयों पर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
एसडीएम श्री पैकरा ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि राजस्व कार्यों में पारदर्शिता बनी रहनी चाहिए और सभी प्रक्रियाओं को गति प्रदान की जानी चाहिए, ताकि आमजन को त्वरित और प्रभावी सेवाएं प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा कि राजस्व मामलों में समयबद्ध निपटारा जरूरी है, जिससे नागरिकों को अनावश्यक परेशानी न हो।
उन्होंने विशेष रूप से शिविरों में सीमांकन के लंबित मामलों का समाधान, नक्शा बटांकन की सटीकता और अभिलेखों में त्रुटिरहित प्रविष्टि सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, किसानों की रजिस्ट्रियों को समय पर पूर्ण करने पर भी जोर दिया गया।
एसडीएम ने जानकारी दी कि कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के मार्गदर्शन में राजस्व पखवाड़ा तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा:
- पहला चरण: 07 से 21 अप्रैल
- दूसरा चरण: 13 से 27 मई
- तीसरा चरण: 16 से 30 जून
महासमुंद जिले में पहला शिविर 7 अप्रैल को ग्राम जलकी में आयोजित किया जाएगा। एसडीएम ने सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा कि पखवाड़ा के दौरान लंबित प्रकरणों का निराकरण शीघ्र किया जाए।
बैठक के समापन पर अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे सभी कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करें ताकि जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और राजस्व सेवाएं अधिक प्रभावशाली ढंग से आमजन तक पहुंच सकें।
रिपोर्ट: हेमसागर साहू, पिथौरा (महासमुंद)
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