निखिल वखारिया,
गरियाबंद, 28 मार्च 2025 – मैनपुर विकासखंड के ग्राम बम्हनीझोला (कोयबा) में जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए विभिन्न विभागों के स्टॉल लगाए गए। इस शिविर में 296 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से अधिकांश मामलों का मौके पर ही निराकरण कर दिया गया, जबकि कुछ मामलों को उच्च स्तर पर विचार के लिए भेजा गया।
शिविर में पूर्व संसदीय सचिव गोवर्धन मांझी और कलेक्टर दीपक अग्रवाल सहित जिला प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। शिविर के दौरान विभिन्न विभागों की योजनाओं के तहत पात्र हितग्राहियों को आवश्यक सहायता सामग्री भी वितरित की गई। समाज कल्याण विभाग ने चार दिव्यांगजनों को ट्राईसाइकिल और एक हितग्राही को मोटराइज्ड ट्रायसिकल प्रदान की। वहीं, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चार गर्भवती महिलाओं को सुपोषण किट दी गई और दो नवजातों का अन्नप्राशन संस्कार किया गया।

कृषि और जल संरक्षण को बढ़ावा
शिविर में कृषि विभाग द्वारा पांच किसानों को एग्रीस्टेक पंजीयन कार्ड सौंपे गए, जिससे वे सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकें। वन विभाग एवं जिला प्रशासन ने साहेबिनकच्छा के 20 ग्रामीणों को टेराफिल फिल्टर और नौ लोगों को रिमूअल फिल्टर वितरित किए, जिससे शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा सके।
नशामुक्ति अभियान को मिला बल
इंदागांव की 12 प्रशिक्षित महिला कमांडो को विशेष किट दी गई, ताकि वे गांव में नशामुक्ति अभियान को प्रभावी ढंग से संचालित कर सकें। पुलिस अधीक्षक निखिल राखेचा ने शिविर में उपस्थित ग्रामीणों और युवाओं को नशे से दूर रहने की अपील की और यातायात नियमों का पालन करने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षित महिला कमांडो पुलिस विभाग के सहयोग से अवैध शराब बिक्री के खिलाफ कार्रवाई करेंगी।

स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण पर विशेष जोर
स्वास्थ्य विभाग ने शिविर में ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच कर आवश्यक दवाइयां वितरित कीं। इसके अलावा, शिक्षा, आदिवासी विकास, विद्युत, श्रम, समाज कल्याण, आयुर्वेद एवं अन्य विभागों ने अपने-अपने स्टॉलों के माध्यम से लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी और उनका लाभ दिलाने की प्रक्रिया शुरू की।

कलेक्टर ने दिया अधिकारियों को सख्त निर्देश
कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने कहा कि इस शिविर का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को उनके गांव में ही प्रशासनिक सेवाएं उपलब्ध कराना और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लंबित आवेदनों की जानकारी आवेदकों को दी जाए और समाधान प्रक्रिया को ऑनलाइन दर्ज किया जाए, जिससे मामलों की समीक्षा आसानी से हो सके।
शिविर में जिला पंचायत सदस्य संजय नेताम और लोकेशवरी नेताम ने भी ग्रामीणों को संबोधित किया। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ जीआर मरकाम, अपर कलेक्टर नवीन भगत, एसडीएम पंकज डाहिरे, जनपद अध्यक्ष मोहना नेताम, उपाध्यक्ष नंदकुमारी राजपूत सहित अन्य अधिकारी, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
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