हैदराबाद : तेलंगाना सरकार ने होली पर हैदराबाद में जबरन रंग लगाने और समूह में वाहनों की आवाजाही पर पाबंदी लगा दी है। बीजेपी नेता राजा सिंह ने इस फैसले को ‘तुगलकी फरमान’ बताते हुए सीएम रेवंत रेड्डी को ‘9वां निजाम’ करार दिया।
हैदराबाद में होली पर सख्ती, बीजेपी ने किया विरोध
तेलंगाना सरकार ने होली के जश्न पर सख्ती बरतते हुए हैदराबाद और साइबराबाद में जबरन रंग लगाने और समूह में वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। पुलिस का कहना है कि यह कदम शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी है, लेकिन बीजेपी नेता राजा सिंह ने इस फैसले पर कड़ा ऐतराज जताया है। उन्होंने इसे “तुगलकी फरमान” बताते हुए सीएम रेवंत रेड्डी को “9वां निजाम” करार दिया।
क्या कहता है नया आदेश?
हैदराबाद पुलिस के नोटिफिकेशन के मुताबिक, 13 मार्च शाम 6 बजे से 15 मार्च सुबह 6 बजे तक सड़कों पर समूह में वाहन चलाने की अनुमति नहीं होगी। होली के दौरान किसी अनिच्छुक व्यक्ति पर जबरन रंग या रंगीन पानी फेंकने पर सख्त पाबंदी रहेगी। साथ ही, 14 मार्च को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक शराब और ताड़ी की दुकानें बंद रहेंगी, हालांकि 5-स्टार होटलों और क्लबों में यह पाबंदी लागू नहीं होगी। पुलिस का कहना है कि यह आदेश शांति और सुरक्षा के लिए जरूरी है, लेकिन बीजेपी इसे त्योहार की आज़ादी पर हमला बता रही है। अब सवाल यह उठता है कि यह सुरक्षा का फैसला है या परंपराओं पर लगाम?
राजा सिंह का सरकार पर हमला
बीजेपी विधायक राजा सिंह ने तेलंगाना सरकार के फैसले को हिंदुओं के खिलाफ बताया और आरोप लगाया कि यह आदेश केवल उन्हें टारगेट करने के लिए लाया गया है। उन्होंने सवाल उठाया, “रमजान के 30 दिनों में जब लोग रात भर सड़कों पर बाइक और गाड़ियों में घूमते हैं, तब पुलिस को परेशानी नहीं होती? लेकिन होली पर अचानक पाबंदियां क्यों?” राजा सिंह ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह एक खास समुदाय की “गुलाम” बन चुकी है और हिंदुओं के खिलाफ फैसले ले रही है। उन्होंने सीएम रेवंत रेड्डी की तुलना निजाम से करते हुए कहा, “निजाम के दौर में हिंदुओं पर जुल्म होते थे, अब रेवंत रेड्डी वही कर रहे हैं।”
पुलिस की सफाई और बढ़ता राजनीतिक घमासान
राजा सिंह ने कहा कि सरकार को मुसलमानों से अपील करनी चाहिए थी कि वे एक दिन के लिए होली का समर्थन करें, बजाय इसके कि हिंदुओं पर ही बैन लगाया जाए। उन्होंने सीएम से इस आदेश को तुरंत वापस लेने की मांग की। वहीं, तेलंगाना पुलिस का कहना है कि यह फैसला किसी एक समुदाय के खिलाफ नहीं, बल्कि सभी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, इससे सड़क हादसों और झगड़ों को रोका जा सकेगा। अधिकारियों ने यह भी कहा कि पहले भी ऐसे आदेश लागू किए गए हैं, लेकिन इस बार राजनीतिक बवाल ज्यादा हो रहा है। तेलंगाना में कांग्रेस सरकार के इस फैसले ने बीजेपी को बड़ा मुद्दा दे दिया है। राजा सिंह पहले भी अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं, लेकिन इस बार मामला सीधे त्योहारों से जुड़ा होने के कारण बहस और तेज हो गई है।