निखिल वखारिया
गरियाबंद: नगर निकाय चुनाव के लिए मतदान शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो चुका है। प्रत्याशियों की किस्मत अब मतपेटियों में बंद हो गई है, और पूरा नगर 15 फरवरी को आने वाले नतीजों का इंतजार कर रहा है। चुनावी माहौल के बाद अब बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए हैं, लेकिन असली फैसला जनता के हाथ में है।
मतदान में दिखा जबरदस्त उत्साह, रिकॉर्ड 82.28% वोटिंग

इस बार गरियाबंद की जनता ने नगर के विकास और बेहतर भविष्य के लिए बढ़-चढ़कर मतदान किया। कुल 82.28% मतदान दर्ज किया गया, जिसमें युवा, बुजुर्ग, महिलाएं और दिव्यांग सभी ने अपनी भूमिका निभाई। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें देखने को मिलीं, जो यह दर्शाती हैं कि नगर की जनता ने इस बार सोच-समझकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।
बीजेपी ने किया जीत का दावा, कार्यकर्ताओं ने मनाई आतिशबाजी

मतदान समाप्त होते ही बीजेपी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। शाम को जीत के दावे के साथ आतिशबाजी भी की गई। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फू मेमन ने दावा किया कि
“जनता ने ट्रिपल इंजन सरकार को वोट दिया है। हम विकास के एजेंडे के साथ आगे बढ़े हैं, और जनता ने हमें समर्थन दिया है।”
वहीं, बीजेपी के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी रिखीराम यादव ने भी अपनी जीत का भरोसा जताते हुए कहा,
“नगरवासियों का उत्साह देखकर साफ पता चलता है कि जनता बीजेपी के साथ है। हमने विकास की राजनीति की है और जनता ने इसे अपनाया है। 15 फरवरी को हमारी जीत पक्की है।”
कांग्रेस का पलटवार – जनता ने किया ‘साइलेंट वोटिंग’, हमारी जीत तय

बीजेपी के दावों के बीच कांग्रेस ने भी अपनी जीत के दावे ठोक दिए हैं। कांग्रेस प्रत्याशी का कहना है कि इस बार जनता ने साइलेंट वोटिंग की है और नतीजे चौंकाने वाले होंगे।
“हमने जनता के मुद्दों को प्राथमिकता दी और लोगों ने सोच-समझकर मतदान किया है। 15 फरवरी को ही साफ होगा कि किसे जनता ने अपना जनप्रतिनिधि चुना है। हमें पूरा विश्वास है कि परिणाम हमारे पक्ष में आएंगे।”
अब 15 फरवरी का इंतजार, किसका खिलेगा कमल और किसे मिलेगा जनता का प्यार?
अब पूरे नगर की नजरें 15 फरवरी पर टिकी हैं, जब गरियाबंद नगर निकाय चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता ने बीजेपी को समर्थन दिया है या कांग्रेस को जनादेश सौंपा है।
अब फैसले की घड़ी नजदीक आ रही है, और जल्द ही साफ होगा कि नगर का नेतृत्व किसके हाथ में जाएगा।