निखिल वखारिया।
गरियाबंद, 5 अप्रैल 2025/
राज्य में पारदर्शी और उत्तरदायी प्रशासन की दिशा में एक और ऐतिहासिक पहल करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने ‘सुशासन तिहार-2025’ के आयोजन की घोषणा की है। यह आयोजन शासन और जनता के बीच सीधा संवाद स्थापित करने, जनसमस्याओं के त्वरित समाधान, और कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के उद्देश्य से किया जा रहा है।
इस संबंध में कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल ने जिले के सभी एसडीएम, जनपद पंचायत सीईओ और नगरीय निकायों के सीएमओ की बैठक ली और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह आयोजन शासन को ज़मीनी हकीकत से जोड़ने का सशक्त माध्यम होगा, जिससे प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी।
आवेदन समाधान के लिए ‘समाधान पेटी’ की व्यवस्था
सुशासन तिहार के तहत 8 से 11 अप्रैल 2025 तक ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों में समाधान पेटी लगाई जाएगी, जिसमें आम नागरिक सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक अपनी शिकायतें, समस्याएं, सुझाव और मांगें दर्ज करा सकेंगे। प्रत्येक विषय के लिए अलग-अलग आवेदन लिए जाएंगे। इसके साथ ही ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी और सभी आवेदकों को पावती दी जाएगी।
समयबद्ध समाधान की गारंटी
प्राप्त आवेदनों का समाधान संबंधित अधिकारी एक माह के भीतर करना सुनिश्चित करेंगे। इसके लिए कंप्यूटर ऑपरेटरों की दो पालियों में ड्यूटी लगाई जाएगी तथा जनपद कार्यालय में पर्याप्त मात्रा में कंप्यूटर सेटअप की व्यवस्था की जाएगी। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि आवेदनों के निराकरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
समाधान शिविर: 5 मई से 31 मई तक
जनसमस्याओं के समाधान को प्रभावी बनाने हेतु समाधान शिविरों का आयोजन 5 मई से 31 मई 2025 तक किया जाएगा। इन शिविरों में आवेदकों को उनके आवेदन की स्थिति की जानकारी दी जाएगी और संभव हो तो मौके पर ही समाधान किया जाएगा। इन शिविरों में सांसद, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि भी भाग लेंगे।
विकास कार्यों का औचक निरीक्षण
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय स्वयं और राज्य के वरिष्ठ अधिकारी विभिन्न विकास कार्यों का औचक निरीक्षण भी करेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि योजनाओं का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से हो रहा है और जनता को उसका वास्तविक लाभ मिल रहा है।
प्रशासनिक तैयारी और प्रचार-प्रसार
कलेक्टर अग्रवाल ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि सभी स्तरों पर तिहार के व्यापक प्रचार-प्रसार की व्यवस्था की जाए, मुनादी कराई जाए और आम जनता को इसके बारे में जानकारी दी जाए। इसके साथ ही अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण देकर तैनात किया जाएगा तथा प्रत्येक शिविर के लिए प्रभारी नियुक्त किए जाएंगे।
निष्कर्ष:
‘सुशासन तिहार-2025’ शासन की जनता के प्रति प्रतिबद्धता और जवाबदेही का प्रतीक बनकर उभर रहा है, जो न केवल शिकायत निवारण की एक नई संस्कृति को जन्म देगा, बल्कि जनकल्याण को नई दिशा और गति प्रदान करेगा।
(बिहान न्यूज़24×7 खबरे हमारी,भरोसा आपका)