निखिल वखारिया
गरियाबंद की राजनीति में बढ़ता गफ्फू मेमन का दबदबा, बीजेपी के उपाध्यक्ष पद के लिए बनाई खास रणनीति
नगर पालिका चुनाव के नतीजों की घड़ी जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे राजनीतिक समीकरण भी बदलते जा रहे हैं। इन समीकरणों में सबसे प्रमुख नाम उभरकर आ रहा है पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फू मेमन का, जो इस बार भी नगर पालिका चुनाव में एक अहम भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं।

बीजेपी के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल के करीबी माने जाने वाले गफ्फू मेमन की राजनीतिक पकड़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले दो नगर पालिका चुनावों में उन्होंने अपनी कुशल रणनीति से बाजी पलट दी थी। इस बार भी उनकी रणनीति पर सबकी नजरें टिकी हैं। सूत्रों के मुताबिक, गफ्फू मेमन बीजेपी के लिए नगर पालिका उपाध्यक्ष पद पर बीजेपी के प्रत्याशी को बिठाने के लिए पूरी तरह सक्रिय हो चुके हैं।

गरियाबंद की राजनीति में गफ्फू मेमन की अहम भूमिका
गरियाबंद जिले की राजनीति में गफ्फू मेमन का खास प्रभाव माना जाता है। चुनावी गणित को समझने में माहिर गफ्फू मेमन की रणनीतियों का असर पहले भी देखा जा चुका है। वे चुनावी दांव-पेंच में न केवल माहिर हैं, बल्कि जनता और कार्यकर्ताओं के बीच उनकी लोकप्रियता भी काफी मजबूत है।
नगर पालिका के इस चुनाव में भी गफ्फू मेमन की भूमिका निर्णायक मानी जा रही है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बीजेपी के रणनीतिकारों के बीच उनकी सलाह और फैसले को काफी महत्व दिया जाता है। यही वजह है कि पार्टी के भीतर भी उनकी सक्रियता पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।

क्या इस बार भी गफ्फू मेमन की रणनीति दिलाएगी जीत?
नगर पालिका चुनाव का परिणाम 15 तारीख को सामने आएगा, लेकिन उससे पहले ही सियासी हलचलों ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। सवाल यह है कि क्या गफ्फू मेमन अपनी रणनीति से एक बार फिर जीत दिलाने में सफल होंगे?
यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी बनाई रणनीति बीजेपी के पक्ष में किस हद तक काम करती है और नगर पालिका चुनाव में उनकी भूमिका कितनी अहम साबित होती है। क्या वे इस बार भी किंगमेकर की भूमिका निभाएंगे?