संवाददाता : हेमसागर साहू, पिथौरा (महासमुंद)
महासमुंद जिले के पिथौरा अंतर्गत बुन्देली वन परिक्षेत्र में वन्य जीव संरक्षण के दावों की एक बार फिर पोल खुल गई है। वन कक्ष क्रमांक 220 में शिकारियों ने एक चितल का शिकार कर दिया, वहीं इस दौरान एक बैल की भी मौत हो गई। यह घटना न केवल वन्य प्राणियों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि विभागीय लापरवाही की गंभीर बानगी भी पेश करती है।
ग्रामीणों के अनुसार, जब यह घटना सामने आई, तो शिकारी मृत चितल को घटनास्थल पर ही छोड़कर फरार हो गए। घटना की सूचना गांव में फैलते ही लोगों में आक्रोश फैल गया है। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि ग्राम बुन्देली में तैनात वनकर्मी और चौकीदार पर इन शिकारियों के साथ मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि विभाग को पहले से ही गोपनीय रूप से इस संबंध में जानकारी दी गई थी, लेकिन फिर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इससे यह स्पष्ट होता है कि विभागीय निगरानी व्यवस्था बेहद कमजोर और निष्क्रिय है।
इस पूरी घटना ने वन विभाग की कार्यप्रणाली और जिम्मेदारी पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। यदि समय रहते उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए चलाए जा रहे अभियान महज दिखावा बनकर रह जाएंगे।
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