जितेंद्र कुमार भलावी।
📍 स्थान: महिष्मति रपटा घाट, मां नर्मदा तट, मंडला
📅 तारीख: 30 मार्च 2025
🕙 समय: प्रातः 10:00 बजे
👥 आयोजनकर्ता: मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग, म.प्र. शासन
शिव अभिषेक से जल संरक्षण का संकल्प
मंडला: महिष्मति रपटा घाट पर 30 मार्च की सुबह माँ नर्मदा के तट पर विशेष अनुष्ठान के साथ जल गंगा संवर्धन अभियान का शुभारंभ हुआ। नर्मदा तट पर स्थित भगवान शिव का जलाभिषेक कर, इस अभियान की शुरुआत मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक राजेंद्र चौधरी ने की।
कार्यक्रम में विकास खंड समन्वयक संतोष कुमार झारिया, रिटायर्ड शिक्षक एवं पर्यावरणविद् राजेश क्षत्रि, विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण, सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बीएसडब्ल्यू और एमएसडब्ल्यू के परामर्शदाता एवं छात्रों ने भी इस अभियान में सक्रिय सहभागिता निभाई।

शिक्षा एवं जागरूकता पर विशेष जोर
जल अभिषेक के उपरांत, जिला समन्वयक श्री राजेंद्र चौधरी ने सीएमसीएलडीपी अंतर्गत संचालित बीएसडब्ल्यू एवं एमएसडब्ल्यू कक्षाओं का औचक निरीक्षण किया और छात्रों से फील्ड वर्क की उपयोगिता एवं इसके सामाजिक प्रभाव पर चर्चा की।
भव्य चुनरी यात्रा एवं मंचीय कार्यक्रम
शाम 5 बजे शीतला माता मंदिर से महिष्मति रपटा घाट तक विशाल चुनरी यात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु, समाजसेवी एवं प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। यात्रा के दौरान भक्तों ने माँ नर्मदा की महिमा का गुणगान किया और जल संरक्षण का संकल्प लिया।
🔹 यात्रा मार्ग: शीतला माता मंदिर से महिष्मति रपटा घाट
🔹 संयोजन एवं मार्गदर्शन: जिला प्रशासन एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा
🔹 मुख्य अतिथि:
- कैबिनेट मंत्री श्रीमती संपतिया उईके
- जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संजय कुशराम
- कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा
- जिला पंचायत सीईओ श्री श्रेयांस कूमट
- अनुविभागीय अधिकारी श्रीमती सोनल सिडाम
- जनपद पंचायत सीईओ श्री विनोद मरावी
- जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारीगण
- सहभागिता: स्व-सहायता समूह की महिलाएं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं स्थानीय नागरिक।
नदी संरक्षण की ओर ठोस कदम
इस अभियान का उद्देश्य नर्मदा नदी के संरक्षण, संवर्धन एवं स्वच्छता को सुनिश्चित करना है। कार्यक्रम के दौरान जल संरक्षण, कचरा प्रबंधन, जैव विविधता संरक्षण और स्थानीय समुदाय की भागीदारी पर विशेष चर्चा की गई।

💧 मुख्य पहल:
✔ जनजागरूकता रैली एवं स्वच्छता अभियान
✔ नदी तट पर कचरा प्रबंधन और वृक्षारोपण
✔ जल संरक्षण तकनीकों का प्रचार-प्रसार
✔ स्कूलों एवं कॉलेजों में पर्यावरण संरक्षण कार्यशालाएँ
✔ स्थानीय समुदायों को जल संसाधन प्रबंधन में प्रशिक्षित करना
भविष्य की योजनाएँ
➡️ नदी जल की गुणवत्ता परीक्षण हेतु अध्ययन किए जाएंगे।
➡️ स्थानीय ग्रामीणों एवं मछुआरों को जल संरक्षण गतिविधियों में जोड़ा जाएगा।
➡️ जल संरक्षण विषय पर विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में नियमित कार्यशालाएँ आयोजित की जाएंगी।
➡️ नदी तट पर फलदार एवं छायादार वृक्षों का रोपण किया जाएगा।
💧 “जल है तो कल है – इसे बचाना हम सभी की जिम्मेदारी है!”
(बिहान न्यूज़24×7 खबरे हमारी,भरोसा आपका)